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Vijay Shekhar Sharma, जो मात्र ₹10 की जेब में लेकर चले थे, आज 1.2 बिलियन डॉलर की संपत्ति के मालिक हैं। Paytm के संस्थापक और CEO के रूप में उन्होंने भारत में डिजिटल पेमेंट क्रांति लाई। इस लेख में जानिए Vijay Shekhar Sharma की सफलता की कहानी और संघर्षों की दास्तान।


Vijay Shekhar Sharma का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
8 जुलाई 1973 को अलीगढ़ में जन्मे Vijay Shekhar Sharma एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते थे। हिंदी माध्यम स्कूल में पढ़ाई के कारण उन्हें अंग्रेजी सीखने में कठिनाई हुई, लेकिन उन्होंने खुद को प्रशिक्षित किया। तकनीक और गणित में गहरी रुचि के कारण उन्होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग में दाखिला लिया, लेकिन उनका असली जुनून उद्यमिता था।उद्यमिता की शुरुआत और Paytm की स्थापना
विजय शेखर शर्मा ने पहले XS Communications नामक कंटेंट मैनेजमेंट कंपनी शुरू की, जिसे Indian Express ने अपनाया। लेकिन असली सफलता तब मिली जब 2010 में उन्होंने Paytm (Pay Through Mobile) की शुरुआत की। यह शुरुआत में मोबाइल रिचार्ज और बिल भुगतान के लिए था, लेकिन बाद में डिजिटल वॉलेट, बैंकिंग और ई-कॉमर्स में भी विस्तार हुआ।Paytm की सफलता और चुनौतियाँ
Paytm की राह आसान नहीं थी। शुरुआत में निवेश और उपभोक्ता विश्वास की समस्या थी। लेकिन नोटबंदी (2016) के बाद डिजिटल पेमेंट का दायरा बढ़ा और Paytm भारतीयों के लिए प्रमुख भुगतान प्लेटफॉर्म बन गया। हालांकि, नियामकीय बदलाव और प्रतिस्पर्धा ने समय-समय पर Paytm को चुनौतियों में डाला, लेकिन विजय ने अपनी नेतृत्व क्षमता से इसे संभाला।Vijay Shekhar Sharma की उपलब्धियाँ
- भारत सरकार द्वारा Best Serial Entrepreneur Award (2022)
- Forbes द्वारा भारत के सबसे युवा अरबपति घोषित
- AIMA Entrepreneur of the Year (2018)
- ET Entrepreneur of the Year (2016)
- Time 100 Most Influential People (2017)