muskan1
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शेयर बाजार में गिरावट जारी है, और इसके पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारण हैं। BSE Sensex और Nifty 50 शुक्रवार, 28 फरवरी 2025 को लाल निशान में खुले। शेयर बाजार में गिरावट, Nifty Bank, Metal, Pharma, Consumer Durables और Oil & Gas इंडेक्स में 1-2% की गिरावट आई, जबकि Nifty Auto Index 2% से ज्यादा गिरकर खुला।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 4 मार्च से मैक्सिको, कनाडा और चीन से आने वाले सामानों पर नए टैरिफ लगाने का ऐलान किया। 25% आयात शुल्क की घोषणा के बाद बाजार में अस्थिरता बढ़ी, जिससे वैश्विक मंदी की आशंका गहराई।
मार्च वायदा श्रृंखला की शुरुआत कमजोर ओपन इंटरेस्ट (OI) डेटा के साथ हुई, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा। निफ्टी का रोलओवर 84% तक पहुंच गया, जो पिछले 3 महीनों के औसत 79% से अधिक है।
संयुक्त राज्य अमेरिका की GDP वृद्धि दर केवल 2.3% रही, जो बाजार की उम्मीदों से कम थी। इसके अलावा, बेरोजगारी दर में बढ़ोतरी से निवेशकों की चिंता और बढ़ गई।
टैरिफ विवाद, कमजोर अमेरिकी डेटा और वायदा बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। निवेशकों को सतर्क रहने और बाजार की अस्थिरता को समझते हुए निवेश के फैसले लेने की सलाह दी जाती है।
